Wednesday, April 25, 2012

Hindi Poem : Abhi Unke Nashe Me Khoye Hi The

Abhi Unke Nashe Me Khoye Hi The, is a poem written by me in Hindi. It is about the nuances of being enamored by someone. The Poem written in Hindi and English(without translation)


अभी उनके नशे मे खोये हि थे,
की वो नज़र आगये...

अभी उनसे हल्का उंस हुआ ही था,
की वो मुझमे समा गये...

अभी उनकी शख्सियत से हम रूबरू हुए ही थे,
की वो अपनी नुसरत दिखा गये... 

अभी उनसे इज़हार करने का इल्म हुआ ही था,
की वो हमसे इकरार कर गये...

अभी रज़ा तो इतनी सी थी की वो हमारे साथ रहे,
की वो फिरदोज तक आनेका वादा कर गये...

अभी इबादत है हमारी की वो जुदा ना हो हमसे,

की वो कायनात तक साथ निभाने का इरादा कर गये...

Abhi unke nashe me khoye hi the,
ki wo nazar aagaye..



Abhi unse halka uns hua hi tha,

ki wo mujhme sama gaye..



Abhi unki shaksiyat se hum rubaru hue hi the,

ki wo apni nusrat dikha gaye..



Abhi unse izhaar karne ka ilm hua hi tha,

ki wo humse ikrar kar gaye..



Abhi raza to itni si thi ki wo hamare sath rahe,

ki wo firdoz tak aane ka waada kar gaye..



Abhi Ibadat hai hamari ki wo juda na ho humse,

ki wo kaynat tak sath nibhane ka iraada kar gaye..
9:01:00 AM / by / 8 Comments

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